उनकी पसंद और प्राथमिकताएं बिलकुल विपरीत! उनकी पसंद और प्राथमिकताएं बिलकुल विपरीत!
।क्या अब हमारा देश इतना संस्कारहीन बेगैरत होता जा रहा है? ।क्या अब हमारा देश इतना संस्कारहीन बेगैरत होता जा रहा है?
सुधा जैसे ही घर पहुंची उसे याद आया कि वह उस युवक को धन्यवाद करना तो भूल ही गई। उसने सोचा कॉलेज में म... सुधा जैसे ही घर पहुंची उसे याद आया कि वह उस युवक को धन्यवाद करना तो भूल ही गई। उ...
निसंकोच अपने परिवार को बता सके।और बेटो को नारी का सम्मान करना सीखना चाहिए निसंकोच अपने परिवार को बता सके।और बेटो को नारी का सम्मान करना सीखना चाहिए
नेत्रदान के जरिये हम लोगों के दिलों में मरने के बाद भी जिन्दा रह सकते हैं। नेत्रदान के जरिये हम लोगों के दिलों में मरने के बाद भी जिन्दा रह सकते हैं।
-यह बिल्कुल गलत सोच है, तुम शायद अपनी प्रतिभा से अनजान हो। -यह बिल्कुल गलत सोच है, तुम शायद अपनी प्रतिभा से अनजान हो।